आनंद ही आनंद है
गुरु चरणन में वंदन कर ले
गुरु चरणन में वंदन कर ले
हर पल गुरु का नाम सुमिर ले
गुरु बिन होता ज्ञान अधूरा
ज्ञान से अपनी झोली भर ले
गुरु चरणन में वंदन कर ले
हर पल गुरु का नाम सुमिर ले
रूप गुरु का गुरु की वाणी
सुनके पावन मन ये कर ले
ये अनमोल खजाना ऐसा कुछ मोती तू ज्ञान के भर ले
गुरु का वंदन, गुरु का सुमिरन दुख सारे ये तेरे हर ले
गुरु चरणन में वंदन कर ले
हर पल गुरु का नाम सुमिर ले
गुरु बिन होता ज्ञान अधूरा
ज्ञान से अपनी झोली भर ले
गुरु चरणन में वंदन कर ले
गुरु के नाम सहारे तेरा जीवन ये तर जायेगा
सोचा नहीं होगा कुछ ऐसा दुनिया में कर जायेगा
शरण जो आये ध्यान लगाये भाव सागर से वो तर ले
गुरु चरणन में वंदन कर ले
हर पल गुरु का नाम सुमिर ले
गुरु बिन होता ज्ञान अधूरा
ज्ञान से अपनी झोली भर ले
टिप्पणी करे
Comments 0