विषय में
हँसता हुआ जीवन जीने का विज्ञान
स्वस्थ तन, स्वस्थ मन एवं आत्मबोध
सिद्ध सद्गुरु साक्षी राम कृपाल जी का लक्ष्य है पृथ्वी पर हँसता हुआ जीवन, एक ऐसा जीवन जो भीतर से परम शांति और आनंद से भरा हो तथा भौतिक दृष्टि से आर्थिक सुख-समृद्धि की ऊँचाइयों पर भी हो। धर्म को धंधा बना देने वाले बेशुमार धर्मगुरुओं के बीच स्वामी जी मनुष्य के भीतर एक ऐसी दृष्टि और समझ पैदा करने का सार्थक प्रयास कर रहे हैं जिससे धर्म बन जाता है जीवन जीने का विज्ञान। उनका संकल्प है साई-डिवाइन की परम वैज्ञानिक विधियों के माध्यम से आतंरिक रूपांतरण द्वारा लोगों को स्वस्थ तन, स्वस्थ मन एवं आत्म-बोध उपलब्ध कराते हुए पृथ्वी पर हँसता हुआ नया मनुष्य पैदा करना।
धर्म को धंधा बना देने वाले बेशुमार धर्म गुरुओं के बीच ध्यान गुरु साक्षी राम कृपाल जी मनुष्य के भीतर एक ऐसी दृष्टि और समझ पैदा करने का सार्थक प्रयास कर रहे हैं जिससे धर्म बन जाता है जीवन जीने का विज्ञान। उनका लक्ष्य है पृथ्वी पर हँसता हुआ जीवन – ऐसा जीवन जो भीतर से परम शांति एवं आनंद से भरा हो तथा भौतिक दृष्टि से सुख-समृद्धि की ऊँचाइयों पर भी हो। इसी उद्देश्य को लेकर उनके द्वारा साइंस डिवाइन, दि साइंस ऑफ़ डिवाइन लिविंग की स्थापना की गयी जो दुनिया में धर्म और परमात्मा के नाम पर ढोए जा रहे अंध-विश्वाशों, सड़ी-गली रूढ़ियों, दम तोड़ती परम्पराओं एवं पाखंडों के विरुद्ध एक आध्यात्मिक क्रांति का विराट अभियान बन गया है। इस अध्यात्मिक क्रांति का मूल सूत्र है पृथ्वी पर नए मनुष्य के जन्म के लिए बचपन से ही ध्यान और प्रेम की दीक्षा तथा आधुनिक ज्ञान और विज्ञानं की शिक्षा।
धर्म अंतस ऊर्जा के विकास का परम विज्ञान है किन्तु, वर्तमान धार्मिकता, पंडित-पुरोहित, मुल्ला-मौलवी एवं तथाकथित संत-महात्माओं की मूढ़ताओं एवं पाखंडों का जाल मात्र बन कर रह गयी है। दुनिया के अधिकांश धार्मिक स्थल धर्म एवं परमात्मा के नाम पर चलाये जा रहे धंधों के केंद्र मात्र बन कर रह गए है। इससे जहाँ एक ओर मनुष्य जाति का बड़े पैमाने पर शोषण हो रहा है वहीँ दूसरी ओर उसके अध्यात्मिक विकास की सहज यात्रा का शुभारम्भ भी असंभव हो गया है। देश और समाज में बढ़ रही इन्हीं विकृतियों एवं पाखंडों को दूर करने के लिए एक सम्पूर्ण आध्यात्मिक क्रांति का अभियान छेड़ने का सार्थक प्रयास कर रहे हैं साक्षी श्री राम कृपाल जी।
सद्गुरु के प्रति सम्पूर्ण समर्पण का जीवंत प्रतीक बनकर सिद्ध सद्गुरु साक्षी राम कृपाल जी ने परमपूज्य गुरुदेव स्वामी सुदार्शनाचार्य जी द्वारा जन्म-जन्मान्तरों से अर्जित अद्भुत शक्तियों को आशीर्वाद स्वरुप प्राप्त कर उनकी आज्ञानुसार मानव सेवा एवं जगत-प्रेम का सन्देश जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लिया। इसी संकल्प की मर्यादा रखते हुए परमात्मा ने साक्षी श्री के माध्यम से दृष्टि-ऊर्जा, स्पर्श-ऊर्जा एवं वाणी-ऊर्जा के अनेक चमत्कार दिखाए हैं:
सिद्ध सद्गुरु साक्षी राम कृपाल जी द्वारा सामने उपस्थित व्यक्ति के वर्तमान, भूत एवं भविष्य की बातें तत्काल बता देने की चमत्कारी कथाओं की निरंतर चर्चा होती रहती है। अपनी अलौकिक वाणी, दिव्य दृष्टि एवं अद्भुत स्पर्श के माध्यम से सिद्ध ऊर्जा प्रवाह द्वारा अनेक निः संतानों, निर्धनों, असाध्य से असाध्य रोगियों एवं कठिन से कठिन व्यावसायिक समस्याओं से परेशान व्यक्तियों के कष्टों का निवारण एवं समस्याओं का चमत्कारिक समाधान करने के सम्बन्ध में उनकी ख्याति सरे देश में फैल रही है। हजारों लोग शराब, अफीम, चरस तथा अन्य जानलेवा मादक पदार्थों से मुक्ति पाकर आनंदयुक्त जीवन जीने लगे हैं।
jai gurudev i am very impress for yours satsang rupi vichar