स्मृति की वृद्धि
इससे पहले हमने एकाग्रता की बात की थी, यह आपकी स्मृति को बेहतर और और-अधिक शक्तिशाली बनाएगा। परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए स्मृति की बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
याद रखिए, उत्तम स्मृति के लिए किसी को कोई विशेष आशीर्वाद नहीं मिला हुआ है। सबके पास अच्छी स्मृति हो सकती है। स्मृति भी अन्य शारीरिक कार्यों की भांति ही है – इस्तेमाल कीजिये या नष्ट कर दीजिये। इसे नियमित रूप से इस्तेमाल कीजिये और यह बढ़ती जाएगी। यदि आप इसे इस्तेमाल नहीं करते हैं तो यह धुंधली होती जाती है।
कुछ भी सीखने का सबसे प्रभावी तरीका है कि इसका लगातार अभ्यास किया जाय। बार-बार के सचेत अभ्यास से अल्पकालिक(शॉर्ट-टर्म) स्मृति को दीर्घकालिक(लॉन्ग-टर्म) स्मृति में बदला जा सकता है। इसलिए एक ही विषय के रोज के थोड़े से अध्ययन से इसे बिना किसी तनाव या भारी प्रयास के आसानी से सीखा जा सकता है। वैज्ञानिक शोधों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि 24 घंटे बीतने से पहले एक बार दोहराना अवश्य चाहिए। 24 घंटे के बाद भूलने का चक्र तेज हो जाता है। अब मस्तिष्क इसे सात दिनों तक याद रख सकता है लेकिन करीब सात दिनों के बाद भूलने का चक्र फिर से तेज हो जाता है। इसलिए अगली बार सात दिनों बाद दोहराना है जिससे कि यह दीर्घकालिक स्मृति की गहराई में जाने में बहुत कम समय लगाएगा।
आपने जो पढ़ा या सुना उसका पूरी तरह से समझ में आना स्मृति के लिये अति आवश्यक है। और अध्ययन के तौर पर जो कुछ भी पढ़ या सुन रहे हैं उसमें पूरा ध्यान और एकाग्रता लगाइये। किसी भी विषय को समझने के लिये सबसे महत्त्वपूर्ण पहलू है कि उसकी मूल बातों(बेसिक्स) पर थोड़ा अधिक ध्यान दीजिये। अगर आपके बेसिक्स ही गलत हो गए तो बाद में आने वाली हर चीज आपको सिर्फ भ्रमित (कन्फ्यूज़) ही करेगी। मान लीजिये कि आप रसायन विज्ञान (कैमिस्ट्रि) या बीजगणित (एल्जिब्रा) में कमजोर हैं तो इसका मतलब है कि इनके बेसिक्स किसी तरह आपसे छूट गए। मेरा सुझाव यह है कि पुरानी पुस्तकें, यहाँ तक कि आपकी पिछली कक्षाओं की; ले लीजिये और उनसे शुरुआत कीजिये और फिर आगे बढ़ते जाइये।
अपने नोट्स को और उनके अंदर के महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं को रात में सोने से पहले पढ़िये जिससे कि यह आपके अवचेतन मन की गहराइयों में चला जाएगा और आपकी दीर्घकालिक स्मृति का भाग बन जाएगा।
मेरा अनुभव कहता है कि पाठ्यक्रम के बाहर की पुस्तकें पढ़ना और वृत्तचित्रों (डॉक्युमेंट्री फिल्म्स) को देखना भी आपकी अच्छी समझ के लिए आपके मन को खोल देता है।
अपने ज्ञान के मोह की खोज कीजिये। आखिरकार, ज्ञान एक ऐसा क्षेत्र है जिसे खोजा नहीं गया है। अपनी आँखों और मन को खोलिए और इन चीजों को और अधिक जानने के लिए खोज कीजिये। जो आपको मिलेगा उसे आप प्रेम करेंगे और यह आपकी भूख को और अधिक बढ़ाएगा।
कुछ छात्रों को भाषा और व्याकरण में परेशानी होती है। बहुत सामान्य से अभ्यास से हिन्दी, अंग्रेजी या अन्य किसी भाषा में आसानी से महरात हासिल की जा सकती है। बच्चों के लिए लिखी गयी कोई पुस्तक उठा लीजिये। एक तो आप इन्हें बहुत रोचक और आसान पाएंगे। दूसरे, आप आसान वाक्यों को बनाने की कला भी सीख जाएंगे। याद रखिए, किसी भी भाषा की महारत उसके प्रभावशाली तरीके से लिखने में है न कि भारी भरकम शब्दों के इस्तेमाल में।
अब मैंने आप के लिये एक नया संसार खोल दिया है, मैं उम्मीद करता हूँ कि आप असीमित लेकिन मनोहारी साहसिक कार्य के लिये एक रास्ता निश्चित करेंगे।
शक्तिशाली श्वशन (पावर ब्रीदिंग) भी प्रभावकारी है!
अपनी एकाग्रता को बढ़ाने और तनाव स्तर को कम करने के लिये, योगी और कुशल लोग इसी प्रकार का पावर ब्रीदिंग की सलाह देते हैं। इस सलाह के पीछे रहस्य यह है कि श्वसन आपके शरीर को प्रचुर मात्र में प्राणवायु (ऑक्सिजन) प्रदान करता है और अंततः यह प्राणवायु मस्तिष्क तक पहुँच कर इसे सक्रिय और ऊर्जावान बनाती है। पावर ब्रीदिंग कहीं भी की जा सकती है और यह छात्रों के लिये सर्वोत्तन व्यायाम मानी गयी है।
पावर ब्रीदिंग के लिये, सुखपूर्वक बैठ जाइए और अपनी नासिका से धीरे-धीरे गहरी सांस लीजिये और अपने पेट को अंदर खींचते हुए सांस को बाहर निकालिये। इस कार्य को बिना किसी जल्दबाज़ी के 10 बार करना है।