परीक्षाओं में शीर्ष प्रदर्शन का महामंत्र
आपके मन में आपके जीवन और भाग्य को बदलने की अतुल्य शक्ति है। आप जो भी प्राप्त करना चाहते हैं उसके लिये आपके मन में तीव्र इच्छा का होना ही प्रारम्भ बिन्दु (स्टार्टिंग पॉइंट) है। नीचे दिये 4 महान चरणों द्वारा इच्छा को ठोस उपलब्धि में परिवर्तित किया जा सकता है:
- अपने मन में निश्चित लक्ष्य तय कीजिये। उदाहरणतया, आप जो प्राप्त करना चाहते हैं उन अंकों का निश्चित प्रतिशत। सिर्फ यह कहना काफी नहीं है, “मैं ऊंचे प्रतिशत प्राप्त करना चाहता हूँ!”। बल्कि, जितने प्रतिशत अंक आप पाना चाहते हैं उसके संबंध में बिलकुल निश्चित हो जाइये। सही उदाहरण होगा 95 प्रतिशत या 98 प्रतिशत, और अपनी आँखें बंद करके अभ्यास कीजिये। केन्द्रित (फोकस्ड) लक्ष्य प्राप्त करना सदा आसान होता है।
- यह सही-सही निर्धारित कीजिये कि अपने प्राप्य को पाने के बाद बदले में आप क्या देंगे या करेंगे। दूसरे शब्दों में, अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आप प्रतिदिन कितने घंटे समर्पित करेंगे।
- परीक्षाओं की अपनी तैयारियों को पूरा करने की एक निश्चित तारीख निर्धारित कीजिये।
- अपने लक्ष्य को प्राप्त करने लिए एक निश्चित ‘एक्शन प्लान’ तैयार कीजिये। आपका एक्शन प्लान लंबी अवधि और छोटी अवधि के लक्ष्यों पर आधारित होना चाहिए। इसलिए, वर्तमान वर्ष के लिए लक्ष्य निर्धारित कीजिये, और फिर इसे दो अर्धवार्षिक लक्ष्यों में विभाजित कीजिये और फिर इन्हें तिमाही और मासिक लक्ष्यों में विभाजित कीजिये। इसी तरह हर दिन के लिए लक्ष्य तय कीजिये। अपने लक्ष्यों को अपने पढ़ने की मेज पर रखिये और इसी के अनुसार प्रतिदिन सुबह कार्य करना शुरू कीजिये। यह सुनिश्चित कीजिये कि आप दिन की समाप्ति पर इन्हें पूरा करें और निशान लगा दें। इससे आपको अपरिहार्य प्राप्ति का बोध और विश्वास प्राप्त होगा जो कि आपको अत्यधिक जोश के साथ महत्तम प्राप्ति की ओर बढ़ने के लिये प्रोत्साहित करेगा। यह सुनिश्चित करें कि परीक्षाओं के समय की आखिरी मिनट की पढ़ाई पर निर्भर रहने की अपेक्षा आप इस दिनचर्या का पालन करें। यह अति महत्त्वपूर्ण है कि आप बहुत ऊँचा लक्ष्य न बनाएँ। दरअसल आप देखेंगे, जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं आप ज़्यादा प्राप्त करेंगे … और बड़े लक्ष्य बनाकर।
ऊपर लिखे चार बिन्दुओं को स्पष्ट और संक्षेप में लिखें। इनको ‘एक नज़र में’ तरीके से लिखना बेहतर होगा, जिससे कि आप इसे सुविधापूर्वक देख सकें। इस विवरण को प्रतिदिन दिन में कम से कम दो बार, सोने से ठीक पहले और जागने के ठीक बाद, बोलकर पढ़ें। इस प्रकार यह आपके अवचेतन मन की गहराइयों में पहुँच जाएगा और लिखे हुए प्रत्येक शब्द को ठोस वास्तविकता में बदलना प्रारम्भ कर देगा। तथापि, यदि आप इस विवरण को दिन में और भी जितनी बार संभव हो पढ़ेंगे तो यह अत्यधिक फलदायी होगा।
एक और बात का ध्यान रखें। यह सब सच होगा इस बात पर दृढ़ विश्वास रखें। यदि वर्तमान परिस्थितियों में यह सत्य होता प्रतीत न हो तो चिंता न करें। दृढ़ रहें और इन सूत्रों का पालन करें। आपकी मानसिक शक्तियाँ ऐसी परिस्थितियाँ और मौके उत्पन्न करेंगी जो परिणाम पैदा करेंगी। इसका सिर्फ अभ्यास कीजिये और जादू देखिये।
सफलता के लिए प्रसन्नता
सफलता उनके पास आती है जो सही समय पर और सही व्यक्ति से मदद लेते हैं। ध्यान रहे कि सही व्यक्ति का चुनाव बहुत महत्त्वपूर्ण है। बहुत से मौकों पर आप यह नहीं समझ पाएंगे कि सही व्यक्ति कौन है। जिस क्षण आप उसकी सलाह या मार्गदर्शन मांगेंगे, स्वयं उसकी प्रतिक्रिया ही यह स्पष्ट कर देगी कि वह सलाह मांगने योग्य है या नहीं। बुद्धिमान लोग अच्छे विचारों वाले होते हैं। यदि हममें जीतने की इच्छा है तो हमारा व्यवहार अच्छा और हमारा रवैया फलों से लदे वृक्षों की तरह होना चाहिये। आज नहीं तो कल आप अपनी हर समस्या का समाधान करने में सक्षम हो जाएंगे।