झूठे धर्मों को विदा करो
जब सिकंदर मरा था तो उसने कहा था कि मैं बहुत दुखी मौत मर रहा हूँ कि मेरे दोनों हाथों को अर्थी के बाहर लटका दिये जाएँ ताकि सारी पृथ्वी पर ये सन्देश चला जाये कि सिकंदर जिसने सारी दुनिया को जीत लिया था वो भी खाली हाथ मरा, कुछ भी साथ नहीं गया। लेकिन अगर तुम्हें आनंद का खजाना पाना है और हर एक व्यक्ति कि सम्भावना है कि उस खजाने को खोजें, लेकिन तुम्हारा दुर्भाग्य है कि तुम कचरे में ही सीमित रह जाते हो। धन जरूरी है उसका उपयोग करो। धन का अम्बार लगाओ, धन का उपयोग करो कि तुम्हारी अंतर्यात्रा शुरू हो सके, तुम अपने भीतर के आनंद को पैदा कर सको इसलिए मैं कहता हूँ सब धर्मों को विदा करो बस अंतर्यात्रा शुरू करो और अंतर्यात्रा शुरू करने का एक ही मार्ग है पृथ्वी पर – पृथ्वी पर महामेधा क्रिया से बच्चों का और संजीवनी क्रिया के माध्यम से आपका एक विराट आन्दोलन जरूरी है इसीलिए मैंने इतनी व्यवस्था कर दी है। ये जो परिसर मैंने यहाँ रोहताश के हांथों विकसित किया है इस परिसर के बारे में मैं आपको वचन देता हूँ कि सारी दुनिया के आलोक का केंद्र बनेगा, यहाँ से प्रकाश की किरणें फूटेंगी, सारी दुनिया में फैलेंगी और मैं अंतिम बात आपसे कहना चाहता हूँ कि आप बड़े हिम्मती हैं, धैर्यवान हैं, मैं तो सोच रहा था कि आज मैं बोलूँगा नहीं बस पांच मिनट में अपनी बात कहके आप लोगों को विदा कर दूंगा क्योंकि ठंड भी हो रही है देखिये मैंने कितनी बार वेश बदला है क्या-क्या पहना है, वैसे ही चला आया था फिर लगा कि कुछ गर्म चाहिए फिर शाल मंगाई। फिर स्वेटर मंगाया, आपको भी ठंड लग रही होगी। इसके पहले कि मैं अपनी बात ख़त्म करूं आपको कोई चीज आज देना चाहता हूँ क्योंकि संकल्प-महोत्सव है साई डिवाइन फाउंडेशन का जन्म हो चुका है बहुत महत्त्वपूर्ण अवसर है, अपूर्व जी ने बड़ा साज-बाज के साथ इस साई डिवाइन के जन्म के रूप में इस संकल्प महोत्सव को ख़ुशी से प्रकट किया है। मेरा चाहता हूँ कि यहाँ से कोई भी मेरा प्रेमी खाली हाथ न जाये। मेरा सद्गुरु कह रहा है कि कोई भी व्यक्ति यहाँ से खाली हाथ नहीं जायेगा। जिस भी कामना से, जिस भी भावना से यहाँ आया है मैं सद्गुरु से प्रार्थना करता हूँ कि उसकी कामना और उसकी प्रार्थना अवश्य पूरी हो।
ये तो वो बात है मैं समझ सकता हूँ कि आप सब चाहे ये न समझें लेकिन आपको बड़ी चीज जो देने जा रहा हूँ उसको आप अवश्य समझ सकेंगे। संजीवनी क्रिया आप करें, महामेधा क्रिया आपके बच्चे करेंगे। जब समय आयेगा तब आपके भीतर समझ आयेगी। वैसे मैंने यह व्यवस्था कर दी है कि प्रांगण परिसर में हर माह के द्वितीय शनिवार और रविवार को प्रातः काल महामेधा क्रिया और सायंकाल संजीवनी क्रिया दोनों दिन अवश्य होगी और जो भी भाई-बहन और जो भी बच्चे आना चाहते हैं वो माह के द्वितीय शनिवार और रविवार को इन दोनों का अभ्यास कर सकते हैं यहाँ पर। इतनी सरल सीधी क्रिया, सत्य हमेशा सरल होता है, उसको दो दिन अभ्यास करेंगे तो वे आपके जीवन का अंग बन जायेंगे। इसके पहले कि इन क्रियाओं को करें, मैं एक बड़ा विस्फोटक सूत्र आपको दे रहा हूँ इसको आप प्रयोग करिये और आज से ही कर सकते है – मैंने कहा कि अगर आपको गहरी और लम्बी श्वास लेनी आ जाए, कोई प्राणायाम नहीं कह रहा हूँ कोई योग नहीं कह रहा हूँ, क्योंकि ये सब चीजें तो आप रोज टी.वी. पर देख कर सारे लोग बीमार हो रहे हो। गलत-सलत करते हो, ठीक से करते नहीं हो कोई टी.वी. देखकर करता है। सब लाभ के बजाय हानि ज्यादा उठा रहे हैं, अस्पतालों में जा रहे हैं, एलोपैथिक-होम्योपैथिक दवा खा रहे हैं। सही ढंग से श्वास लेना आ जाये तो आपकी जिंदगी में क्रन्तिकारी परिवर्तन हो सकते हैं। आतंकवाद इस पृथ्वी से समाप्त हो सकता है, गलत श्वास लेने का नतीजा है – आतंकवाद।
अब मैं इसी से जुड़ी हुई बात कर रहा हूँ अगर आप लम्बी गहरी श्वास लेने लगे तो निश्चित है कि कम से कम १० से १५ साल आपकी आयु बढ़ जायेगी और इसको तो कोई रोक ही नहीं सकता विज्ञान भी इससे सहमत हो गया है १० से १५ साल आपकी उम्र बढ़ सकती है। एक बात दूसरी जो महत्त्वपूर्ण बात है मैं आप तनाव मुक्त जीवन जीने लगेंगे तनाव धीरे-धीरे आपकी जिंदगी से विदा होने लगेंगे। तीसरी बात, अगर आपको लम्बी और गहरी श्वास लेना आ जाये तो आपके चेहरे पर अद्भुत आभा और सौन्दर्य बिखरने लगेगा।
सर्वोत्तम साइड के लिए साधुवाद
जय जय
पिंगबैक: समझ ही समाधान है | साइंस ऑफ़ डिवाइन लिविंग